बेहद दिलचस्प उपन्यास. अपने पहले ही उपन्यास में निलोत्पलने बड़ा साहस दिखाते हुए बेबाकी से यथार्थ की तलछट को कुरेदते हुए एक ऐसी दुनिया का सच लिखा है, जिस पर पहले कभी इतना नहीं लिखा गया. ये भोगे गए यथार्थ का दस्तावेज है. एक ऐसी रोचक और बौद्धिक दुनिया की गर्म भट्टी का सच लिखा है, जिसमें कई लोग तप के सोना हो जाते हैं तो कई जल कर खाक. 'डार्क हॉर्स' अंधेरे रास्ते से होकर उजाले तक का सफर है. नीलोत्पल की भाषा में रवानगी है, व्यंग में धार है, संवादों में संवेदना के गहरे उतार-चढ़ाव हैं. किस्सागोई का अपना अलग अंदाज है, जो पाठक को पढ़ने के लिए मजबूर करता है. 'डार्क हॉर्स' के रूप में शानदार शुरुआत के साथ भविष्य के एक बड़े लेखक के रूप में देख रहीं हूं. नीलोत्पल को बहुत सारी शुभकामनाएं. ----सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्रीमती चित्रा मृद्गुल